14.पूजा - मंगल पाठ

मंगल मूर्ति परम पद, पंच धरौं नित ध्यान |

  हरो अमंगल विश्व का,मंगलमय भगवान |1

मंगल जिनवर पद नमौं,मंगल अरिहन्त देव |
मंगलकारी सिद्ध पद,सो वन्दौं स्वयमेव |2

मंगल आचारज मुनि,मंगल गुरु उवझाय |
सर्व साधु मंगल करो,वन्दौं मन वच काय |3

मंगल सरस्वती मातका,मंगल जिनवर धर्म |
मंगल मय मंगल करो,हरो असाता कर्म |4