4.जन्म लिया है महावीर ने, उत्सव बड़ा महान है

जन्म लिया है महावीर ने, उत्सव बड़ा महान है |
जैनम जयति शासनं ये ,जैन धर्म की शान है ||

चैत्र सुदी तेरस तिथि आयी,शुक्रवार का दिन प्यारा |
माँ त्रिशला के गर्भ से आये ,लिया प्रभु ने अवतारा |
दर्शन को आते नर-नारी, गाते मंगल गान हैं ||1

कुण्डलपुर में खुशियां छाई, सिद्धार्थ जी हर्षाये |
वर्द्धमान शुभ नाम रखाया,मेरु शिखर पर वो आये|
न्वहन पूजा करें सभी, मंत्रों की गूंजे तान है ||2

हिंसा पशु बलि आडम्बर से ,वर्द्धमान मन द्रवित हुआ |
मन में करुणा भर आयी, फिर जैन धर्म था उदित हुआ |
सत्य अहिंसा धर्म जियो, और जीने दो का ज्ञान है ||3

बारह वर्ष की घोर तपस्या, खपा दिए थे कर्म सभी |
कैवल्यज्ञान को पाकर के फिर,जान लिए थे मर्म सभी |
निर्मल मन से महावीर का ,हम करते गुण-गान हैं ||4