3.कभी वीर बनके महावीर बनके चले आना

कभी वीर बनके महावीर बनके,चले आना,
तुम ऋषभ रूप में आना,तुम अजित रूप में आना।
संभवनाथ बनके, अभिनंदन बनके चले आना ॥ 
 दरस हमें दे जाना

तुम सुमति रूप में आना,तुम पदमरूप में आना।
सुपार्श्‍वनाथ बनके चंदाप्रभु बनके चले आना ॥ 
 दरस हमें दे जाना

तुम पुष्प रूप में आना,शीतलनाथ रूप में आना।
श्रेयांसनाथ बनके वासुपूज्य बनके चले आना ॥ 
 दरस हमें दे जाना

तुम विमल रूप में आना,तुम अनंत रूप में आना।
धर्मनाथ बनके शांतिनाथ बनके चले आना ॥ 
 दरस हमें दे जाना

तुम कुंथु रूप में आना, अरहनाथ रूप में आना।
मल्लिनाथ बनके मुनिसुव्रत बनके चले आना ॥ 
 दरस हमें दे जाना

नमिनाथ रूप में आना, नेमिनाथ रूप में आना॥
पार्श्‍वनाथ बनके वर्द्धमान बनके चले आना॥
 दरस हमें दे जाना