13. जिनवाणी स्तुति ,योगेंद्र सागर जी

जय जिनवाणी माता, रख लाज हमारी,

जय जिनवाणी २

आज सभा में मैया तोहे पुकारू 2

आज सभा में तोहे पुकारू,जग की भाग्य विधाता।

रख लाज हमारी, जय जिनवाणी ०० ।

आन के मेरे कंठ विराजो मैया २

आन के मेरे कंठ विराजो, स्वर सरगम की गाथा।

रख लाज हमारी, जय जिनवाणी ०० ।

शाष्त्र ग्रंथो का बोध नहीं हैं मैया २

शाष्त्र ग्रंथो का बोध नहीं हैं,हमको कुछ नहीं आता।

रख लाज हमारी, जय जिनवाणी ०० ।

योगेन्द्र सागर तुम्हे पुकारे मैया २

योगेन्द्र सागर तुम्हे पुकारे,तुमको शीश नवाता।

रख लाज हमारी, जय जिनवाणी ०० ।

जय जिनवाणी माता, रख लाज हमारी ।

जय जिनवाणी माता ।